शासन से वार्ता विफल होने के बाद शिक्षकों का तेवर बदला ,चूल्हा ,राशन सामान ,सिलेंडर लेकर पहुँच रहे हैं धरना स्थल
cgshiksha.in रायपुर 18 दिसंबर -लगता है प्रदेश के सहायक शिक्षक अब सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। प्रदेश के 109000 सहायक शिक्षक विगत 11 दिसंबर से अपनी एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को दूर करने के लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। शिक्षक और सरकार के रवैये से फ़िलहाल आंदोलन विराम होने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। 17 दिसंबर को प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और सहायक शिक्षक फेडरेशन प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता विफल हो जाने के बाद अब शिक्षकों का आंदोलन सरकार के खिलाफ उग्र होने वाली है। अब शिक्षक धरना स्थल में ठण्ड से बचाव के लिए गरम कपड़े ,राशन सामान और चूल्हा ,लड़की और सिलेंडर लेकर पहुँच रहे हैं।
👉सहायक शिक्षकों के विधानसभा घेराव से राजधानी रायपुर हुई जाम ,15 दिसंबर को जेल भरो आंदोलन का किया ऐलानशिक्षक धरना स्थल को बना रहे हैं आशियाना - 👇
सरकार से 17 दिसंबर को फेडरेशन की वार्ता विफल होने के बाद अब प्रदेश के सहायक शिक्षकों का तेवर सरकार के प्रति तीखे होने शुरू हो गए हैं। सहायक शिक्षक अब धरना स्थल बूढ़ातालाब को ही अपना घर बनाने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। राजधानी से दूर -दराज के क्षेत्र के सहायक शिक्षक अब धरनास्थल पर ही अपने खाने -पीने ,सोने का इंतजाम तैयारी के साथ पहुँचने लगे है। आज 18 दिसंबर को आंदोलन के आठवें दिन कई जिले से सहायक शिक्षक अपने साथ चूल्हा ,बर्तन ,राशन सामान और गैस सिलेंडर लेकर पहुंचे हैं। अब शिक्षक शासन से आरपार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। दूर -दराज के शिक्षक रोज रायपुर आने की बजाय धरनास्थल को ही हड़ताल अवधि तक अपना आशियाना बना रहे हैं।
👉 सहायक शिक्षकों का हड़ताल रहेगा जारी ,पहले दौर की वार्ता हुई विफल
बस्तर के शिक्षक गाड़ी में भरकर लाये राशन सामान - 👇
बस्तर जैसे सुदूर अंचल से आ रहे शिक्षकों का रोज आंदोलन में रायपुर पहुंचना असंभव है इसलिए बस्तर क्षेत्र के सहायक शिक्षक अपने साथ गाड़ी में खाने -पीने और सोने के सामान भरकर पहुंचे हैं। शिक्षक अब लंबी लड़ाई के लड़ने के मूड में दिखाई दे रहें है।पहले दौर की वार्ता विफल होने के बाद अब सहायक शिक्षकों ने तय कर लिया है कि सरकार से लम्बी लड़ाई लड़नी है इसीलिए सहायक शिक्षक अब राशन सामग्री ,चूल्हा ,बर्तन ,गरम कपड़े और सिलेंडर अपने साथ लेकर धरनास्थल पहुँच रहे हैं। .यह नजारा किसानों की हड़ताल को यद् दिला रही है।
राशन सामग्री के साथ पहुँच रहे सहायक शिक्षकों से बात की गई तो शिक्षकों ने कहा कि सरकार खुद आंदोलन को ख़त्म नहीं करना चाह है सरकार शिक्षकों को देर तक यहाँ बैठाना चाह रही है। इसलिए हमने अपना इंतजाम खुद लेकर आये हैं। अब जब तक सरकार वेतन विसंगति दूर नहीं करेगी ,तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आज और कई जिले के सहायक शिक्षक इसी प्रकार खाने -सोने का सामान लेकर पहुँचने वाले हैं। रायपुर का धरनास्थल में ही अब सहायक शिक्षकों का खाना बनेगा और खुला आसमान के नीचे अपना रात बिताएंगे।
मंगलवार 21 दिसंबर को वेतनविसंगति के लिए गठित कमिटी की होगी आखरी बैठक - 👇
सरकार द्वारा वेतन विसंगति के लिए गठित कमिटी की आखरी बैठक मंगलवार 21 दिसंबर को तय की गई है। बैठक में कमिटी द्वारा वेतन विसंगति की आखरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। माना जा रहा है कि कमिटी वेतन विसंगति पर अपनी रिपोर्ट मंगलवार को ही सरकार को सौंप देगी फिर फेडरेशन के साथ सरकार की बातचीत और शुरू हो सकती है। मंगलवार को कमिटी की अंतिम बैठक में सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने नहीं जाने का फैसला लिया है।
👉हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद 317 शिक्षक पद के लिए नियुक्ति आदेश जारी ,देखें किसे कहां मिला पोस्टिंग
हड़ताल के लिए सरकार ने किया मजबूर -फेडरेशन - 👇
सहायक शिक्षक फेडरेशन के शिक्षकों का कहना है कि सरकार के उदासीन रवैये के कारण प्रदेश के 109000 सहायक शिक्षकों को रोड की लड़ाई लड़नी पड़ रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फेडरेशन प्रतिनिधिमंडल को कहा था कि तीन महीने के भीतर आप लोगो की वेतन विसंगति दूर किया जायेगा जिसके लिए कमिटी गठित किया जा रहा है कमिटी गठित हुए साढ़े तीन महीने हो गए ,कमिटी का रिपोर्ट तैयार ही हुई नहीं है। रिपोर्ट सरकार को सौपने के लिए कमिटी तारीख -पे -तारीख दे रही है।
join our whatsapp group:-
इसीलिए प्रदेश के नौनिहालों को संवारने वाले सहायक शिक्षकों को इस कपकपाती ठण्ड के बीच अपने हक़ के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। और यह आंदोलन अब सहायक शिक्षकों के लिएआरपार की लड़ाई हो चुकी है। बिना वेतनविसंगति दूर हुए प्रदेश का सहायक शिक्षक आंदोलन से वापस नहीं जायेगा।
सहायक शिक्षक आंदोलन पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा - 👇
संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास की 265 वी जयंती मेला लालपुरधाम पहुंचें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों के प्रश्नो के जवाब में कहा कि कोरोनाकाल के कारण लंबे समय बाद स्कूल खुले हैं और सहायक शिक्षक हड़ताल कर रहे हैं ,यह हड़ताल उचित नहीं है। सहायक शिक्षकों को सरकार से बात करनी चाहिए। बातचीत से समस्या का हल निकलेगा और सरकार बातचीत कर आंदोलनरत शिक्षकों को मना लेगी।
ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा CGTET के लिएऑनलाइन आवेदन शुरू ,19 दिसंबर तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
0 Comments