सहायक शिक्षकों का अनिश्चितकालीन आंदोलन को मिल रहा है भारी समर्थन ,विधानसभा घेराव ,जेल भरो आंदोलन ,भूख हड़ताल के बाद 17 दिसंबर को स्वच्छता सत्याग्रह आंदोलन

 सहायक शिक्षकों का अनिश्चितकालीन आंदोलन को मिल रहा है भारी समर्थन ,विधानसभा घेराव ,जेल भरो आंदोलन ,भूख हड़ताल के बाद 17 दिसंबर को स्वच्छता सत्याग्रह आंदोलन 

cgshiksha.in रायपुर -छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के आव्हान पर सहायक शिक्षकों का एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर को लेकर 11 दिसंबर से जारीअनिश्चितकालीनआंदोलन लगातार जारी है। प्रदेश के 109000 सहायक शिक्षक 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। सहायक शिक्षकों के आंदोलन के कारण प्रदेश के भविष्य प्राथमिक शालाओं के बच्चों का शिक्षा व्यवस्था लड़खड़ा सी गयी है। शासन और शिक्षक की लड़ाई में बच्चों का भविष्य पिस्ता नजर आ रहा है। इधर सहायक शिक्षकों के मांग के समर्थन में अन्य शिक्षक संगठन भी धीरे -धीरे आंदोलन में कूद रहे हैं।

 👉175 पदों पर सीधी भर्ती के लिए प्लेसमेंट कैंप होगी आयोजित 

कोरोना काल के बाद लंबी अवधि के बाद स्कूलों का हुआ था संचालन शुरू - 👇  


 छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गया है। प्रदेश का भविष्य छोटे -छोटे प्राथमिक शाला के बच्चे का शिक्षा व्यवस्था सहायक शिक्षकों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाने के कारण अवरुद्ध हो गया है। लम्बे समय कोरोना संक्रमण काल के कारण शाला बंद रहे ,जिसके कारण सबसे ज्यादा प्रभाव प्रदेश के प्राथमिक शालाओ के नौनिहाल बच्चों की शिक्षा पर पड़ी। जो बच्चे कुछ पढ़ना -लिखना सीख चुके थे ,वे बच्चे कोरोना काल के कारण सीखे हुए शिक्षा ज्ञान को भूल चुके।

 कोरोना काल के बाद प्रदेश में 2 अगस्त से आधे बच्चों की उपस्थिति के साथ स्कूल खोला गया। स्कूल खुलने से बच्चों की शिक्षा पुनः पटरी पर लौटती नजर आ रही थी वैसे ही सहायक शिक्षकों का हड़ताल पर चले जाना बच्चों की शिक्षा रूपी गाड़ी में ब्रेक सा लग गया है। शिक्षक और सरकार रूपी जंतवा के दो पाट के बीच बच्चों का भविष्य पिस्ता नजर आ रहा है।

👉मोदी केबिनेट ने लिया बड़ा फैसला :बेटियों की शादी होगी अब 21 वर्ष की उम्र में ,बहुत जल्द सरकार लाएगी संसद में विधेयक  

17 दिसंबर है रायपुर हड़ताल का 5 वा दिन -  👇 


छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन का अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज 11 दिसंबर से विकासखंड स्तर से शुरू हुआ 13 दिसंबर को विधानसभा घेराव के साथ राजधानी रायपुर में प्रदेश के 109000 सहायक शिक्षक कूद पड़े।  घेराव के बाद 14 दिसंबर को धरना स्थल में ही हजारों की संख्या में शिक्षक आंदोलन में डटे रहे। 15 दिसंबर को फेडरेशन द्वारा जेल भरो आंदोलन किया गया जिसमे शिक्षकों की उपस्थिति इतनी अधिक थी कि शासन ने स्प्रे शाला के सामने के रोड को ही अस्थाई जेल घोषित कर हजारों शिक्षकों को सांकेतिक रूप से जेल में रखा गया।लगभग दो घंटे के बाद सभी शिक्षकों को रिहा कर दिया गया।



16 दिसंबर को सहायक शिक्षकों ने भूख हड़ताल रखकर की आंदोलन -छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने 16 दिसंबर को भूख हड़ताल कर आंदोलन किया। इस भूख हड़तालआंदोलन में प्रदेश भर के शिक्षकों ने भूख हड़ताल रखकर आंदोलन को अनवरत जारी रखा। अब 17 दिसंबर के आंदोलन को फेडरेशन ने स्वच्छता सत्याग्रह आंदोलन के रूप में मानाने का फैसला लिया है। 17 दिसंबर को सहायक शिक्षकों की 25 -25 शिक्षकों की टोली राजधानी के प्रमुख चौराहों पर झाड़ू लगाकर आंदोलन करेंगे।

 👉हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद 317 शिक्षक पद के लिए नियुक्ति आदेश जारी ,देखें किसे कहां मिला पोस्टिंग    

आंदोलन को मिल रहा है अन्य संगठनों का समर्थन -  👇  


सहायक शिक्षकों का यह आंदोलन केवल सहायक शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को दूर करने को लेकर किया जा रहा है लेकिन सहायक शिक्षकों का मांग जायज होने के कारण अन्य शिक्षक संगठनों ने धीरे -धीरे सहायक शिक्षकों के अनिश्चितकालीन आंदोलन को समर्थन देना शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ संयुक्त  संघ के प्रदेशाध्यक्ष केदारजैन ने अपने संघ द्वारा 14 दिसंबर को आयोजित होने वाली धरना प्रदर्शन को सहायक शिक्षकों के 13 दिसंबर को आयोजित विधानसभा घेराव को समर्थन देकर स्थगित कर दिया। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोशिएशन संजय शर्मा ने सहायक शिक्षकों के अनिश्चितकालीन आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन दिया है। 

👉   छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा CGTET के लिएऑनलाइन आवेदन शुरू ,19 दिसंबर तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन 


वही गवर्नमेंट एम्प्लाईज वेलफेयर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष कृष्णकुमार नवरंग ने सहायक शिक्षकों के आंदोलन का नैतिक समर्थन के साथ अपने संघटन द्वारा 17 दिसंबर को समर्थन में एक दिन की छुट्टी लेकर आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। वही शिक्षक संघटन बनाफर गुट ,अजाक्स ,पालक संघ ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।

वही प्रदेश का एक और बड़ा संघटन शालेय शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने अपने संघ द्वारा आयोजित किया जाने वाला 17 दिसंबर के आंदोलन को छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के पंडाल में बैठकर सहायक शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन करने का फैसला लिया है। विभिन्न संघटनो से मिल रही समर्थन से सहायक शिक्षकों का मनोबल और मजबूत होने लगा है। सहायक शिक्षक इस बार आरपार की लड़ाई की बात कह रहे हैं

👉छत्तीसगढ़ के सभी विकासखंडो और जिला मुख्यालयों में सहायक शिक्षकों का एकजुटता के साथ जोरदार प्रदर्शन ,स्कूलों में लटके ताले 

मनीष मिश्रा नेआंदोलन को लेकर कही बड़ी बात -  👇  


छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश के 109000 हजार सहायक शिक्षकों को आज कड़कड़ाती ठण्ड और कॉरोनकाल में सड़क का आंदोलन करने के लिए सरकार ने मजबूर किया है। शिक्षक अपने बच्चों के साथ स्कूल में रहते लेकिन सरकार ने वादाखिलाफी कर शिक्षकों को आंदोलन के लिए मजबूर कर दिया है।

 join our whatsapp group:-

cg shiksha whattsap group-D

Join our Telegram Group    

 प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हमें तीन महीने में वेतन विसंगति दूर करने का वादा किया था। आज साढ़े तीन महीने बीत जाने के बाद भी उनकी कमिटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को नहीं सौंप सकी है। अब प्रदेश का 109000 सहायक शिक्षक बिना वेतन विसंगति दूर हुए वापस नहीं जायेगा। हमारा फेडरेशन कल 17 दिसंबर को राजधानी रायपुर में स्वच्छता सत्याग्रह कर आंदोलन जारी रखेगा। 

ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास विभाग में महिला पर्यवेक्षक (सुपरवाईजर )के 200 पदों पर बंपर भर्ती     

Post a Comment

0 Comments